जैसा कि हम सभी जानते हैं कि सोलर पैनल विभिन्न प्रकार के मार्केट में उपलब्ध है इसलिए उन सभी सॉलिड पैनल में से अच्छा सोलर पैनल चुना थोड़ा मुश्किल हो जाता है लेकिन लोग अपनी जरूरत एवं सोलर पैनल की क्षमता को जानकर आसानी से सोलर पैनल खरीद सकते हैं। इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम मुख्य रूप से पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल के बारे में बताने वाले हैं।
इसलिए हमारे आर्टिकल में अंत तक बन रहे अगर आप पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल को खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें इस लेख में हम पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर सिस्टम के बारे में सभी प्रकार की जानकारी बताएंगे।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल क्या है?

सभी प्रकार के सोलर पैनल के प्रकारों में से एक प्रकार पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल भी है जिसको मल्टी क्रिस्टल सोलर पैनल भी कहा जाता है, इस सोलर पैनल का निर्माण मल्टी क्रिस्टल सोलर सेल से किया जाता है जिस कारण इस मल्टी क्रिस्टल सोलर पैनल भी कहते हैं। जिस तरह सभी प्रकार के सोलर पैनल सिलिकॉन क्रिस्टल से बनाए जाते हैं ठीक उसी प्रकार पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल भी सिलिकॉन क्रिस्टल का बना होता है, लेकिन इसमें अंतर केवल इतना रहता है, कि इस सोलर पैनल में सिलिकॉन क्रिस्टल का इस्तेमाल तोड़कर किया जाता है जिससे क्रिस्टल की शुद्धता खत्म हो जाती है।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की सबसे अच्छी बात यह होती है कि ये कम कीमत में मार्केट में आपको उपलब्ध मिलती है, इस सोलर पैनल की कीमत कम होने के पीछे का कारण इसमें शुद्ध क्रिस्टल का इस्तेमाल नहीं होना होता है, इसकी तुलना में मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की कीमत अधिक होती है और उसमें शुद्ध क्रिस्टल का इस्तेमाल भी किया जाता है।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल्स के फीचर्स
आपको पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल में एफिशिएंसी रेट 13% से 17% तक देखने को मिलता है, इसके साथ ही इस सोलर पैनल की सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी कीमत भी कम रहती है। हालांकि इस सोलर पैनल के अन्य फीचर्स भी उपलब्ध है जिसे हम कुछ बिंदुओं के द्वारा आपको बताते हैं।
- जैसा कि हमने बताया कि इसका एफिशिएंसी रेट 13% से 17% रहता है।
- सस्ते दाम पर अधिक लोकप्रियता के साथ मिलने वाला सोलर पैनल है।
- इसका किनारा चौकोर आकार का होता है और इसका रंग नीला होता है।
- यह सोलर पैनल अधिक सूर्य की रोशनी पाकर ऊर्जा उत्पन्न करता है, यानी जब तक इस सोलर पैनल पर अधिक सूर्य की रोशनी नहीं होगी तब तक यह बिजली नहीं बना सकता।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल्स के फायदे
जब आप पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल स्थापित कर लेते हैं तो आपको सूर्य की रोशनी के द्वारा बिजली मिलती है जिसके लिए आपको इस सोलर पैनल को अधिक धूप में स्थापित करना पड़ता है।
इसके अलावा भी अन्य बहुत सारे फायदे सोलर पैनल स्थापित करने पर आपको देखने को मिलते हैं जिसे हम आपको बिंदुओं के द्वारा बताने जा रहे हैं।
- इस सोलर पैनल का इस्तेमाल आमतौर पर बड़े-बड़े प्रोजेक्ट या व्यवसाय आदि के फैक्ट्री में किया जाता है क्योंकि इसकी कीमत कम होती है।
- पॉलिक्रिस्टलाइन सोलर पैनल को बनाने में सिलिकॉन की बर्बादी नहीं होती है क्योंकि इसका कोना चौकोर आकार का होता है।
- यह सोलर पैनल अन्य सभी सोलर पैनल की तुलना में किफायती होता है।
- बिजली उत्पन्न करने का काफी अच्छा स्रोत है जिसके द्वारा आप अपने घरों में बिजली का उपयोग कर सकते हैं।
- पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल से आपको लगभग 13 से 17 परसेंट एफिशिएंसी रेट पर बिजली मिलती है।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल के नुकसान
आपको पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल को ऐसा जगह स्थापित करना चाहिए जहां पर सूर्य की रोशनी अधिक आती हो क्योंकि यह अधिक सूर्य की ऊर्जा पर ही बिजली उत्पन्न करता है। अधिक सूर्य ऊर्जा ना मिलने की स्थिति में ये बिजली का उत्पादन कम करता है इसलिए अपनी जरूरत और सोलर पैनल के अनुसार पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल को स्थापित करें।
हालांकि इसके अलावा अगर इसकी तुलना अन्य सोलर पैनल से की जाए तो मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल एवं अन्य सोलर पैनल की तुलना में पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल कम बिजली उत्पादन करता है और इसका एफिशिएंसी रेट भी कम रहता है।
इन सभी बातों के अलावा इसका रंग दिखने में अट्रैक्टिव नहीं होता है अगर हल्का dark रंग होता तो ये और आकर्षक रहता।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की कीमत
अगर आप पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल स्थापित करते हैं तो आपके प्रति वाट की क्षमता के अनुसार कीमत 22 रुपए पड़ती है। आपको सोलर पैनल 1500 रुपए से लेकर ₹8000 तक में मिल जाते हैं लेकिन सोलर पैनल की क्षमता के अनुसार सोलर पैनल की कीमत भी निर्भर करती है।
तो चलिए अब हम आपको टेबल के जरिए विस्तार से पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल के सभी प्रकार की क्षमता वाले सोलर पैनल की कीमत बताते हैं।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की क्षमता | कीमत |
---|---|
50 Watt Solar Panel | Rs. 1,500 |
100 Watt Solar Panel | Rs. 3,000 |
150 Watt Solar Panel | Rs. 4,500 |
200 Watt Solar Panel | Rs. 4,800 |
250 Watt Solar Panel | Rs. 6,000 |
300 Watt Solar Panel | Rs. 7,200 |
350 Watt Solar Panel | Rs. 8,000 |
Frequently Asked Questions
यह एक प्रकार का सोलर पैनल होता है जो कि सिलिकॉन क्रिस्टल की मदद से सिलिकॉन क्रिस्टल को तोड़कर बनाए जाते हैं।
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की ऊर्जा उत्पादक क्षमता पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की तुलना में ज्यादा होती है, इसके साथ ही इनकी कीमत में भी काफी अंतर होता है।
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की तुलना में पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का जीवनकाल कम होता है ये लगभग 20 साल तक का होता है, क्योंकि यह ताप प्रतिरोधी नहीं होते है।
अगर बात की जाए पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की क्षमता के बारे में तो काम उत्पादक क्षमता होने के पीछे का मुख्य कारण पालिक्रिस्टलाइन सोलर पैनल के निर्माण में शुद्ध सिलिकॉन का इस्तेमाल नहीं होना होता है।
निष्कर्ष
आज के समय में हर कोई सोलर पैनल का उपयोग कर रहा है लेकिन लोगों में अभी भी यह सवाल चिंता का विषय बना हुआ है कि कौन सा सोलर पैनल बेस्ट सोलर पैनल होगा या हम किस तरह के सोलर पैनल को हम अपने घरों में स्थापित कर सकते हैं, इसलिए आज के इस आर्टिकल में हमने पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल के बारे में मुख्य रूप से संपूर्ण जानकारी बताने का प्रयास किया है। हमारे द्वारा दी जाने वाली जानकारी को पढ़कर आप सोलर पैनल की क्षमता और अपनी जरूरत समझ कर पैनल का उपयोग कर सकते हैं।

में इस ब्लॉग का एडमिन हूँ, पिछले कुछ सालो में मेने इस सोलर इंडस्ट्री के बारे में काफी सारी जानकारी प्राप्त की है, और इसी जानकारी को में आप सभी के साथ शेयर करना चाहत हूँ।